महिलाओं द्वारा किए गए ये 7 काम कहलाते है अपशगुन, महादेव होते है दुखी

दोस्तों ये बात तो आप सभी जानते ही है कि घर में अगर महिला न हो तो वह घर सुना सुना सा लगता है. एक महिला ही होती है जो घर को पूरा बनाती है. स्त्री घर को संवारती है और वह ही उसकी लक्ष्मी कहलाती है. वैसे तो स्त्रियों द्वारा किए गए हर काम घर परिवार की उन्नति के लिए सहायक होते है लेकिन कुछ शास्त्रों में ऐसे भी बताए गए है जिन्हें स्त्रियों को नही करना चाहिए. अगर स्त्री इन कार्यो को करती है तो ये उसके और पुरे परिवार के लिए अपशगुन होते है

तो आइए जानते है कौन से है ये काम जिन्हें स्त्रियों को नही करना चाहिए

नारियल फोड़ना – जब भी हम किसी शुभ कार्य की शुरुआत करते है तो उससे पहले हम नारियल फोड़ते है. नारियल फोड़ना शुभ माना जाता है लेकिन ये काम हमेशा पुरुष ही करते है. अगर इस काम को कोई स्त्री करती है तो ये काफी अशुभ माना जाता है ये एक तरह का अपशगुन ही होता है.

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पति का सानिध्य – कई बार पति पत्नी की लड़ाई हो जाती है तो पत्नी अपने पति से दुरी बना लेती है इस बीच अगर पत्नी अपने पति से ज्यादा दिनों तक दूर रहती है तो लोगो की नजरो में वह गलत हो जाती है. ऐसा करना उस स्त्री के लिए अपशगुन कहलाता है. एक शादीशुदा स्त्री का अपने पति से इतना दूर रहना शास्त्रों में पाप कहलाता है.

हनुमान जी की पूजा – हनुमान जी बाल ब्रह्मचारी थे इसलिए उनके मन्दिर में स्त्रियों का जाना मना है. इसके अलावा घर में भी स्त्रियों को हनुमान जी की पूजा नही करनी चाहिए.

गायत्री मन्त्र का जाप – गायत्री मन्त्र को काफी पवित्र माना जाता है लेकिन बहुत कम लोग जानते है कि स्त्रियों को इस मन्त्र का जाप नही करना चाहिए.

जनेऊ धारण करना – हमारे हिन्दू धर्म के अनुसार केवल पुरुष ही जनेऊ धारण कर सकते है जबकि स्त्रियों के लिए जनेऊ धारण करने की मनाही है स्त्रियों का जनेऊ धारण करना अपशगुन कहलाता है.

ब;ली देना – पुराने समय में देवी देवताओं को प्रसन्न करने के लिए जानवरों की ब;ली दी जाती थी ये परंपरा आज भी चली आ रही है लेकिन अब ये बहुत कम हो गया है. बली देने का काम पुरुषो का होता है महिला ये काम नही कर सकती है. अगर कोई स्त्री देती है तो अपशगुन कहलाता है.

कद्दू काटना – हिन्दू शास्त्रों में महिलाओं का कद्दू काट;ना मना है. जबकि कई जगहों पर स्त्रियाँ आज भी कद्दू काटती है. स्त्रियाँ अगर कद्दू काटना चाहती है तो उन्हें पहले किसी पुरुष को कद्दू काटने को दें देना चाहिए इसके बाद ही उन्हें कद्दू काटना चाहिए. कद्दू ज्यादातर शिवरात्री के दौरान पहाड़ो में बनाया जाता है. तो ये 6 काम है जिन्हें शास्त्रों में नही करना चाहिए.